लोकसभा चुनाव के प्रचार के बीच राजनीतिक नेताओं के बीच विवादित बयानों का दौर जारी है। केरल की वायनाड सीट से राहुल गांधी के नामांकन करने के बाद बीजेपी के तमाम नेता कांग्रेस की आलोचना कर रहे हैं। आलोचना और आरोप-प्रत्यारोप के बीच यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कांग्रेस की आलोचना के लिए किए एक ट्वीट के कारण विवादों के घेरे में आ गए हैं। योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट में राजनीतिक दल मुस्लिम लीग को एक वायरस के समान बताया है।
बुधवार रात अपने एक ट्वीट में योगी ने मुस्लिम लीग और कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा। योगी ने अपने ट्वीट में लिखा,’मुस्लिम लीग एक वायरस है। एक ऐसा वायरस जिससे कोई संक्रमित हो गया तो वो बच नहीं सकता और आज तो मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ही इससे संक्रमित हो चुका है। सोचिये अगर ये जीत गए तो क्या होगा ? ये वायरस पूरे देश मे फैल जाएगा।’
एक अन्य ट्वीट में योगी ने लिखा,’1857 के स्वतंत्रता संग्राम में मंगल पांडे के साथ पूरा देश अंग्रेजों के खिलाफ मिल कर लड़ा था, फिर ये मुस्लिम लीग का वायरस आया और ऐसा फैला कि पूरे देश का ही बंटवारा हो गया। आज फिर वही खतरा मंडरा रहा। हरे झण्डे फिर से लहर रहे। कांग्रेस मुस्लिम लीग वायरस से संक्रमित है, सावधान रहिये।’
योगी आदित्यनाथ ने अपने इस ट्वीट के पहले उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में भी एक रैली के दौरान मुस्लिम लीग पर जुबानी हमला किया था। उत्तराखंड में बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में रैली करने पहुंचे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने वायनाड में मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन और हरे झंडे से डरने का मुद्दा उठाया। इतना ही नहीं योगी ने कांग्रेस के घोषणापत्र में देशद्रोह की धारा खत्म करने को लेकर भी निशाना साधा। योगी ने कहा कि यह धारा हटाने का मतलब है देश की सेना की ताकत को कम करना।
रुड़की के नेहरू स्टेडियम में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा देश के दुर्भाग्यपूर्ण बंटवारे की जिम्मेदार मुस्लिम लीग और कांग्रेस थी। आज राहुल गांधी वायनाड से नामांकन कर रहे हैं और वहां भी कांग्रेस का मुस्लिम लीग से गठबंधन है। ये देश को कहां ले जाएगा ये चिंता का विषय है।
बता दें कि पूर्व में वायनाड से राहुल गांधी के नामांकन के दौरान बड़ी संख्या में मुस्लिम लीग के नेता भी उनके रोड शो में शामिल हुए थे। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) राज्य में यूडीएफ (यूनाइडेट डेमोक्रैटिक फ्रंट) की अगुआई कर रही कांग्रेस के बड़े सहयोगियों में से एक है और इसकी स्थापना पाकिस्तान के पूर्व पीएम मोहम्मद अली जिन्ना ने की थी।